chhath puja kaise kare(छठ पुजा करने की विधि )
छठ पुजा
छठ पुजा का महत्व
आज हम बात करते है छठ पुजा के बारे में छठ पुजा कब क्यों किस प्रकार से मनाया जाता है
छठ पुजा हमारे हिंदू धर्म में एक विशेष महत्व रखता है !छठ पुजा कार्तिक महीने के शुक्ल पक्छ के षष्ठी तिथि को मनाया जाता है !इस बार छठ पर्व 31 अक्तूबर २०१९ को शु रु हो रहा है जो की ०3 नवम्बर तक चलेगा !
प्रथम दिन नहाय खाय से शुरू होता है यह पर्व प्रथम दिन अरवा चावल कदू का सब्जी सेधा नमक के साथ बना हुआ भोजन प्रमुख वर्ती लोग करते है !
यह वर्त (पुजा) महिला पुरुष कोई भी कर सकता है और
हमारे बिहार ,झारखण्ड ,उतर प्रदेश,में तो हरेक एक घर में पूजन होता है नेपाल, में बाकि जगह पर छुट फुट होता है !
दूसरा दिन वर्ती लोग केवल शाम को भगवन सूर्य को डूबते ही सूर्य को अर्घ देकर खीर का प्रसाद बना कर (खड़ना )भोजन ग्रहण करती है और सब अपने आस पास के लोगो को प्रसाद ग्रहण कराती है!
तिसरे दिन सब पर्बैतिन लोग पुरे दिन उपवास रख कर फिर शाम को डूबते हुये सूर्य को अर्घ दे कर या तो घाट पर हि रुकते है या जहा बेवश्था नहीं है वे लोग घर आ जाते है
फिर चवथे दिन सुबह में उगते हुय सूर्य को अर्घ (जल या गाय का दूध ) देकर हवन वैगरह जला कर के वर्त की समाप्ति करते है !
इस छठ पर्व में बहुत हि सावधानिय बरतनी पड़ती है जैसे साफ सफाई ,जूठन ,या असुधि बेक्तियों के साथ उठाना बैठना !
इस छठ पर्व का एक मान्यता यह भी है की जो इस छठ का मात्र प्रसाद भी ग्रहण कर लेता है उसे शारीरिक रोग पूरी तरह से खत्म हो जाते है ! जो इस वर्त को करते है उनके अस्नान करने के बाद जो कपडा ये वर्ती लोग खोलती है उसे अगर आप अपने शारीर को पोचते है तो आपके शरीर पर आपके चहरे पर जो भी दाग धबे है ओ पूर्ण रूप से खत्म हो जाता है !
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